अशुद्धियों (Rectification ) का सुधार कैसे किया जाता है ?

लेखांकन के गलतियों को निम्नलिखित दो तरह से सुधारा जा सकता है :

  1. काटकर सुधारा जाना :

    इस तरीका में लेखांकन में जहाँ गलती हुआ रहता है वहाँ एक रेखा खींचकर काट दिया जाता है और उचित में जो होना चाहिए उसे लिख लिया जाता है।

    इस विधि का चयन नहीं है क्योंकि एक गलती को सुधारने के लिए कई जगह काटने होते हैं जिसके कारण लेखांकन देखने में खराब लगने लगता है।

  2. रोजनामचा के द्वारा सुधारा जाना :

    इस विधि में गलती को वैसे ही रहने दिया जाता है और एक ऐसा रोजनामचा तैयार किया जाता है। जो आगे चलकर गलती के प्रभाव को नष्ट कर देता है।

    रोजनामचा के द्वारा सुधारने के लिए निम्नलिखित नियमों को याद करना चाहिए :

    • जो होना चाहिए यदि हो गया है तो उसे छोड़ देंगे। जो होना चाहिए यदि नहीं हुआ हो तो उसे लिख लेंगे और जो नहीं होना चाहिए तब भी हो गया हो तो उसे उल्टा लेखा कर सुधार लेंगे।

    • किसी A/c में कम लिखा हो तो उसे बढ़ाकर सुधार कर लेंगे और किसी A/c में यदि अधिक लिखा हो तो घटाकर सुधार कर लेंगे। बढ़ाने के लिए Debit Item को और Debit कर लेंगे तथा Credit Item को और Credit कर लेंगे परन्तु घटाने के लिए Debit Item को Credit और कर लेंगे कर लेंगे Credit Item को और Debit कर लेंगे ।

    • किसी A/c में Debit तरफ लिखने के बदले यदि Credit तरफ लिखा गया हो तो दोनों राशियों को जोड़कर उसे Debit कर लेंगे। इसी तरह यदि Credit तरफ लिखने के बदले Debit तरफ लिखा गया हो तो दोनों राशियों को जोड़कर Credit करलेंगे।

    • Purchase A/c में लिखे जाने के बदले यदि Sales A/c में लिखा गया हो तो Purchase A/c के साथ-साथ Sales A/c को भी Debit करलेंगे। इसी तरह यदि Sales A/c में लिखे जाने के बदले यदि Purchase में लिखा गया हो तो Sales A/c के साथ-साथ Purchase A/c को भी Credit कर लिया जाता है।