रुपया कहाँ-कहाँ से कितना आता है कहाँ-कहाँ कितना चला जाता है फिर शेष कितना बच जाता है । इसे प्रकट करने के लिए Cash Book बनाया जाता है ।
यह प्रारम्भिक लेखे की पुस्तक है जिसमें मुद्रा की प्राप्तियों तथा भुगतानों का लेखा किया जाता है। रोकड़ की समस्त प्राप्तियाँ डेबिट पक्ष में और समस्त भुगतान क्रेडिट पक्ष में लिखे जाते हैं। रोकड़ वही वह पुस्तक है जो रोजनामचा व खाता-बही दोनों के उद्देश्य पूर्ण करती है।
रोकड़ वही को सहायक पुस्तक के साथ-साथ एक प्रधान पुस्तक भी माना जाता है।
चूँकि रोकड़ बही में लेन-देन की प्राथमिक प्रविष्टि की जाती है इसलिए इसे मूल प्रविष्टि की बही (Book of Original Entry) भी कहा जाता है।
Cash Book निम्नलिखित चार प्रकार के होते है :-