व्यवसाय के स्थिति को प्रकट करने के लिए जो लेखा तैयार किया जाता है, उसे Balance Sheet कहा जाता है।
दूसरे शब्दों में इसे हम ऐसे भी कह सकते है कि सम्पत्ति एवं दायित्वों के स्थिति को प्रकट करने के लिए जो लेखा तैयार किया जाता है। उसे Balance Sheet (आर्थिक चिट्ठा) कहा जाता है।
Balance Sheet (आर्थिक चिट्ठा) कोई खाता नहीं है केवल विवरण-पत्र है जिसमें व्यापार की पूँजी, ऋण, सम्पति एवं जायदाद के साथ-साथ समस्त देनदारों व लेनदारों के खातों का शेष लिखते हैं इसलिए इसे व्यापार का संक्षिप्त आर्थिक विवरण कहा गया है।
स्थिति विवरण एक निश्चित समय पर किसी चालू व्यवसाय की वित्तीय की तस्वीर है।
Balance Sheet में बायें पक्ष को Capital And Liabilities (पूंजी व दायित्व पक्ष) कहा जाता है तथा दायें पक्ष को Assets And Properties (सम्पत्ति व जायदाद)कहा जाता हैं।