रोजनामचा का विभाजन क्या है ?

रोजनामचा को विभिन्न भागों में बाटें जाने को रोजनामचा का विभाजन (Sub-Division Of Journal) कहा जाता है ।

रोजनामचा यदि एक ही वही में नहीं तैयार कर उसे विभिन्न वहियों में तैयार किया जाय तो उसे रोजनामचे का विभाजन कहा जाता है । जिस व्यवसाय में बहुत अधिक लेन-देन होता है उस व्यवसाय में Sub-Division Of Journal को अपनाया जाता है ।

Sub-Division Of Journal के अन्तगर्त निम्नलिखित वही तैयार किया जाता है : -

  1. Cash Book (रोकड़ वही) - नगदी लेन-देनों को लिखने के लिए जो बही तैयार किया जाता है उसे Cash Book (रोकड़ वही) कहा जाता है ।

  2. Purchase Book (क्रय वही) - उधार खरीदे गये वस्तुओं को लिखने के लिए जो वही तैयार किया जाता है उसे Purchase Book (क्रय वही) कहा जाता है ।

  3. Sales Book ( विक्रय वही ) - उधार बेचे गये वस्तुओं को लिखने के लिए जो वही तैयार किया जाता है उसे Sales Book ( विक्रय वही ) कहा जाता है ।

  4. Purchase Return Book ( क्रय वापसी वही) - उधार खरीदे गये वस्तुओं में से जो वस्तुएँ वापस कर दी जाती है उसे लिखने के लिए जो वही तैयार करते हैं उसे Purchase Book ( क्रय वापसी वही) कहा जाता है ।

  5. Sales Return Book (विक्रय वापसी वही) - उधार बेचे गये वस्तुओं में से जो वस्तुएँ वापस आ जाती है उसे लिखने के लिए जो वही तैयार किया जाता है उसे Sales Return Book (विक्रय वापसी वही) कहा जाता है ।

  6. Bills Receivable Book (प्राप्य विपत्र वही ) - ऋणियों से प्राप्त हुए विपत्र को लिखने के लिए जो वही तैयार किया जाता है उसे Bills Receivable Book (प्राप्य विपत्र वही ) कहा जाता है ।

  7. Bills Payable Book (देय विपत्र वही) - महाजनों को दिए विपत्र को लिखने के लिए जो वही तैयार करते है उसे Bills Payable Book (देय विपत्र वही) कहा जाता है ।

  8. Journal Proper Book (रोजनामचा प्रधान वही ) - ऐसा कोई लेन- देन जिसका सम्बंध प्रथम सात वही में से किसी से नहीं होता है, ऐसे लेन-देन को लिखने के लिए जो वही तैयार करते है उसे Journal Proper Book (रोजनामचा प्रधान वही )कहा जाता है ।