कार्यविधि अध्ययन के अन्तर्गत उत्पादन प्रक्रिया का व्यापक अध्ययन किया जाता है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि उत्पादन के सभी संसाधनों का अनुकूलतम उपयोग किया जा रहा है ताकि लागतों को न्यूनतम किया जा सके।
इसके अंतर्गत उत्पादन की प्रक्रिया को अलग-अलग उप-क्रियाओं में इस प्रकार से विभाजित किया जाता है कि कच्चे एवं अर्द्ध-निर्मित माल के आवागमन में कम से कम दूरी एवं समय लगे।
आवश्यक औजार एवं साज-सज्जा को उठाने में कम-से-कम समय और कम कर्मचारी लगें। निरीक्षण करने और माल को एकत्रित करने आदि में भी आवश्यक एवं सुधारात्मक कदम उठाये जाते हैं।
कार्यविधि का व्यापक अध्ययन एवं विश्लेषण करने के पश्चात कुछ क्रियाओं को, जो अनावश्यक हों, पूर्णतया समाप्त कर दिया जाता है और कुछ क्रियाओं को आपस में मिला दिया जाता है। इसके लिए एक प्रक्रिया चार्ट का सहारा लिया जाता है। यंत्रों, औजारों एवं श्रमिकों की उचित व्यवस्था की जाती है ताकि उत्पादन का प्रवाह निरंतर बिना किसी बाधा के चलता है।