संगठन की महत्ता अथवा महत्व क्या है ?
संगठन की महत्व अथवा आवश्यकता निम्नलिखित है :-
- प्रबंध सुचारु रूप से चलता है, यदि संगठन की स्पष्ट रूप से व्याख्या की गई हो, विधिवत हो, निश्चित हो तथा प्रबंधकों की सहायतार्थ उपयुक्त क्रियात्मक समूह उपलब्ध किया गया हो।
- संगठन एक साधन है जिसके माध्यम से विशिष्टीकरण सम्भव होता है। इसके अंतगर्त विभिन्न व्यक्तियों में कार्य का विभाजन उनकी योग्यतानुसार किया जाता है।
- संगठन उपक्रम की विभिन्न क्रियाओं को आनुपातिक एवं सन्तुलित महत्व प्रदान करता है।
- सवस्थ संगठन एक ऐसे ढांचे का निर्माण करता है जिसके अंतगर्त संबंधित उपक्रम का स्वतः ही विकास होता रहता है।
- स्वस्थ संगठन समन्वय को सुविधाजनक बनाता है।
- संगठन कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था करता है।
- संगठन किसी उपक्रम के विस्तार में पर्याप्त सहायता प्रदान करता है। बिना कुशल संगठन के कोई भी उपक्रम दीर्घकाल तक जीवित नहीं रह सकता है।
- संगठन कर्मचारियों की मनोबल में भी वृद्धि करता है। प्रत्येक व्यक्ति के कार्य एवं अधिकार निश्चित होने से उनकों अपने अस्तित्व का ज्ञान हो जाता है।
- यह स्वतंत्र विचारधारा एवं प्रेरणा को प्रोत्साहन देता है।