संगठन प्रक्रिया के अंतर्गत उठाये जाने वाले कदम क्या है ?
संगठन प्रक्रिया के अंतर्गत उठाये जाने वाले कदम निम्नलिखित है :-
- संगठन की प्रक्रिया का प्रारम्भ संस्था के उद्येश्यों एवं लक्ष्यों के निर्धारण से ही होता है।
- उपक्रम के लक्ष्यों एवं उद्देश्यों का निर्धारण होने के बाद संगठन का दूसरा कदम उन उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए जाने वाली क्रियाओं का निर्धारण करना है।
- संगठन का तीसरा कदम है क्रियाओं का श्रेणीबद्ध किया जाना। इसके अंतगर्त समान प्रकार की क्रियाओं अथवा एक-दूसरे से संबंधित क्रियाओं का विभागों अथवा क्षेत्रों में विभाजन किया जाता है।
- क्रियाओं का श्रेणीयन पूरा हो जाने के उपरांत उनका आबंटन विभिन्न व्यक्तियों में उनकी योग्यता एवं रूचि के अनुसार किया जाता है।
- उपयुक्त कर्मचारियों को उनकी योग्यता एवं क्षमता के अनुसार काम सौंप देने के पश्चात उन्हें अपने कार्य का सही ढंग से निष्पादन करने के लिए उनकी अधिकार सत्ता, कर्तव्यों एवं उद्देश्य की स्पष्ट व्याख्या की जाती है।
- प्रत्येक कर्मचारी को आवश्यक अधिकार सौंपा जाते हैं ताकि वह अपना उत्तरदायित्व निभा सके ताकि वह अपना उत्तरदायित्व निभा सके।
- कर्मचारियों को अधिकार-सत्ता कर्त्तव्यों एवं दायित्वों के सौंपे जाने के पश्चात ही संगठन प्रक्रिया की समाप्ति नहीं हो जाती है। मानवीय सांसदों का अनुकूलतम उपयोग करने के लिए उन्हें कार्य के अनुसार भौतिक संसाधनों तथा कार्य करने का उपयुक्त पर्यावरण भी उपलब्ध करना परम् आवश्यक है।
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किसी उपक्रम में संगठन की स्थापना की दिशा में उठाया जाने वाला अंतिम कदम विभिन्न विभागों, उप-विभागों, समूहों एवं व्यक्तियों की क्रियाओं के मध्य समन्वय, संतुलन एवं संबंधों की स्थापना किया जाना है।