किसी भी सिक्यूरिटी (शेयर, बांड, डिबेंचर आदि) को जारी करने से पहले उसका साधारण मूल्य जारी करनेवाली कंपनी या संस्था द्वारा तय किया जाता है।
इसे उस सिक्यूरिटी की 'फेस वैल्यू' कहते हैं । उदाहरण के तौर पर, शेयर 0 रुपए अथवा 5 रुपए की फेस वैल्यू में जारी किए जाते हैं। हालाँकि इस फेस बैल्यू का शेयर के बाजार में कीमत से कोई संबंध नहीं होता है, जबकि डेब्ट (Debt) सिक्यूरिटी (Security) में फेस वैल्यू उस सिक्यूरिटी का परिपक्वता मूल्य होता है। जैसे सरकार हजार रुपए का बांड जारी करती है--अर्थात् परिपक्वता अवधि पर सरकार उस बांड यूनिट पर एक हजार रुपए चुकाने का आश्वासन देती है| बाजार की भाषा में फेस वैल्यू को 'पार वैल्यू! या 'पार' भी कहा जाता है।