कट ऑफ प्राइस (प्राइस बैंड) क्या है ?
बुक - बिल्डिंग इश्यू में शेयर जारी करनेवाली कंपनी को अपने प्रोस्पेक्टस में
फ्लोर प्राइस अथवा प्राइस बैंड को उल्लेखित करना जरूरी होता है। अंत में जिस कीमत
का निर्धारण किया जाता है, वह इश्यू प्राइस, प्राइस बैंड में निर्धारित सीमा के बीच कुछ
भी हो सकती है या वह कीमत फ्लोर प्राइस से भी ज्यादा हो सकती है। इस इश्यू प्राइस
को 'कट ऑफ प्राइस' भी कहते हैं। इस इश्यू प्राइस का निर्धारण शेयर जारी करनेवाले
और लीड मैनेजर्स द्वारा निवेशकों के उस शेयर के प्रति रुख को देखकर किया जाता है।