एक उद्यमी के कार्य क्या सब होता है ?

उद्यमी के निम्नलिखित कार्य हैं :

  1. नव निर्माण :- एक उद्यमी मूल रूप से नई रीति चलाने वाला होता है तथा वह अर्थव्यवस्था में कुछ न कुछ नया ही लाता है।
  2. संगठन तथा प्रबंध : एक उद्यमी को विभिन्न आर्थिक व मानवीय तत्त्वों को संगठित करना व प्रबंध करना होता है।
  3. उत्पादन-इकाई के आकर का निर्धारण : उद्यमी को यह भी निश्चित करना होता है कि उत्पादन-इकाई का आकार क्या होना चाहिए। मांग के कम होने पर उत्पादन-इकाई का आकार छोटा रखना पड़ता है जबकि मांग के अधिक होने पर इकाई का आकार बड़ा रखा जा सकता है।
  4. उत्पादन के पैमाने का निर्धारण : उद्यमी को इस बारे में भी निर्णय लेना पड़ता है कि वस्तु का उत्पादन छोटे पैमाने पर किया जाए अथवा बड़े पैमाने पर किया जाए।
  5. बिक्री की व्यवस्था उद्यमी का कार्य केवल वस्तुओं का उत्पादन करना ही नहीं बल्कि तैयार माल की बिक्री का प्रबंध करना भी है।
  6. सरकार से संबंध : आजकल कुशल उद्यमी का सरकार के सम्पर्क में रहना आवश्यक होता है। इस संबंध में उद्यमी अनेक कार्य करता है जैसे सरकार से लाइसेंस लेना, सरकार को करों का भुगतान करना आदि।