श्रमिक वो व्यक्ति होते हैं जिसको किसी विशिष्ठ कार्यों के लिए ही नियुक्त किया जाता है।
श्रमिक का कार्य मुख्यतः शारीरिक होता है। यह व्यवसाय का वेतनभोगी कर्मचारी होता है।
श्रमिक को व्यवसाय संबंधी कोई जोखिम नहीं उठाना पड़ता। श्रमिक को व्यवसाय संबंधी कोई जोखिम नहीं उठाना पड़ता।
श्रमिक को उसकी सेवाओं के बदले मजदूरी मिलती है। इनका मजदूरी पूर्व-निश्चित तथा धनात्मक होती है, चाहे व्यवसाय को लाभ हो या हानि।
इनको अपना मजदूरी एक निश्चित अवधि के बाद प्राप्त हो जाती है चाहे माल की बिक्री हुई हो या नहीं।
श्रमिक अधिक गतिशील होता है। वह अपने काम को तथा स्थान को अधिक आसानी से बदल सकता है।