जोखिम तथा अनिश्चितता वहां करने के लिए एक साहसी तथा दूरदर्शी व्यक्ति की आवश्यकता पड़ती है जो भूस्वामियों से भूमि और पूंजीपतियों से पूंजी प्राप्त करके श्रमिकों तथा संगठनकर्त्ताओं की सहायता से उत्पादन आरम्भ कर सके। आजकल यह कार्य उद्यमी द्वारा किया जाता है।
वस्तुओं का बड़े पैमाने पर उत्पादन उद्यमियों के बिना हो ही नहीं सकता। इसलिए विशाल औद्योगिक इकाइयों की स्थापना तथा संचालन की दृष्टि से उद्यम उत्पादन का अनिवार्य साधन है।
आजकल लोगों की रुचियों और फैशन में निरंतर परिवर्तन होते रहते हैं।
इससे व्यावसायिक क्रियाओं में अनिश्चितता अत्यधिक बढ़ गयी है। उद्यमियों के योग्य तथा जागरूक होने पर ही आधुनिक उपभोक्ताओं की रुचियों के अनुसार वस्तुओं का उत्पादन किया जा सकता है।
किसी भी देश की तीव्र आर्थिक विकास के लिए योग और कुशल उद्यमी का होना आवश्यक होता है।
देश में रोजगार-अवसरों में वृद्धि में भी उद्यमी का होना जरूरी है।