उद्यमिता विकास कार्यक्रम क्यों आवश्यक है ?

किसी भी राष्ट्र चाहे विकसित हो या विकासशील के आर्थिक व औद्योगिक विकास में उद्यमिता विकास कार्यक्रमों का एक महत्वपूर्ण योगदान होता है।

उद्यमिता विकास कार्यक्रम उद्यमियों को विकसित करके उन्हें उद्योग अपनाने के लिए प्रेरित करके एक संगठन स्थापित करने के लिए काबिल बनाता है।

निम्नलिखित कुछ प्रमुख बातें से जिससे यह स्पष्ट होता है कि उद्यमिता विकास कार्यक्रम क्यों आवश्यक है :

  • लगातार बढ़ती बरोजगारी ख़ास तौर से अविकसित देशों में एक बहुत बड़ी समस्या है। उदय विकास योजनाएँ लोगों को अपने उद्योग स्थापित करने के लिए प्रेरित करती हैं तथा उन्हें स्वरोजगार स्थापित करने के लिए सक्षम बनाती हैं। इससे न केवल नए उद्यमियों को रोजगार मिलता है अपितु वे दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा करते हैं।

  • उद्यमिता विकास कार्यक्रम परियोजना के प्रारूप बनाने में सहायता करते हैं। यह कार्यक्रम परियोजना से संबंधित यंत्र एवं सामग्री कच्चा माल, संरचनात्मक सुविधाओं, श्रम स्त्रोत, वित्तीय स्रोत आदि के बारे में आवश्यक सूचना प्रदान करता है।

  • उद्यमिया विकास कार्यक्रम अपने विभिन्न कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षण व प्रशिक्षण देकर सहायता देकर उद्यमियों को स्थानीय संसाधनों का सही उपयोग करने में मदद करती है।

  • उद्यमिता विकास कार्यक्रम उद्यमियों को समय-समय पर तकनीकी बाजार वित्त, सरकारी कार्यक्रमों आदि की सूचनाएँ उपलब्ध कराते है ताकि वे उन सूचनाओं से लाभ उठा सकें।
  • उद्यमिता विकास कार्यक्रम देश व विदेश में नए-नए बाजारों की खोज करने में सहायता करते हैं।